8th CPC DA Merger: जनवरी 2025 में घोषित 8वें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारी और पेंशन भोगी बेसब्री से कर रहे हैं इसी बीच एक ताजा अपडेट के मुताबिक जानकारी देने की 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर सरकारी कर्मचारियों के वेतन में बड़ा परिवर्तन हो सकता है। वहीं आयोग के गठन को लेकर ब्रोकरेज फर्मो का मानना है की आठवां वेतन आयोग लागू होने के बाद सरकारी कर्मचारियों के वेतन में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी होगी उनके रिसर्च नोट में संभावित ट्रीटमेंट फैक्टर और उनके आधार पर बेसिक पे और कुल वेतन की गणना का अनुमान जाहिर किया गया है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट के मुताबिक इतनी बढ़ सकती है सैलरी
एंबिट कैपिटल की 9 जुलाई की रिपोर्ट के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.40 के बीच रहने की उम्मीद जताई गई है यदि फिटमेंट फैक्टर 1.82 हुआ तो सैलरी में 14% की बढ़ोतरी होगी यदि फिग्मेंट फैक्टर 2.15 हुआ तो सैलरी में 34% की बढ़ोतरी होगी वहीं अगर फिटमेंट फैक्टर 2.46 रहता है तो सैलरी में पूरा 54% की बढ़ोतरी हो जाएगी यह बढ़ोतरी फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी।
कितना बढ़ेगी सैलरी
अगर 8वें वेतन आयोग के अनुसार फिटमेंट फैक्टर 1.8 रहता है तो केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी में केवल 13% की ही बढ़ोतरी होगी अगर किसी कर्मचारी की वर्तमान सैलरी वर्तमान सभी भत्तो सहित ₹87400 है तो इस वृद्धि के बाद सैलरी बढ़कर लगभग 98762 रुपए हो जाएगी यह वृद्धि कोटक इंस्टीट्यूशनल एक्टिविटीज के अनुसार दिए गए फिटमेंट फैक्टर पर आधारित है।
1.82 फिटमेंट फैक्टर में वेतन 14% बढ़कर ₹99636 रुपए हो जाएगा
कहीं 2.15 फिटमेंट फैक्टर पर वेतन 34% बढ़कर ₹117116 हो जाएगा।
2.46 फिटमेंट फैक्टर पर वेतन 54% बढ़कर रुपए ₹143536 हो जाएगा
1.8 फिटमेंट फैक्टर जो की कोटक के अनुमान के अनुसार है वेतन 13% बढ़कर लगभग 98762 रुपए हो जाएगा।
महंगाई भत्ता हो जाएगा जीरो
2016 में सातवें वेतन आयोग को लागू करने पर 125% महंगाई भत्ता मूल वेतन में मिला दिया गया था जिससे महंगाई भत्ता जीरो हो गया था इसी तरह से अब नए पे कमिशन में भी लागू होगा तो मौजूदा महंगाई भत्ता शून्य हो जाएगा इसके बाद फिटमेंट फैक्टर की नई मूल सैलरी पर लागू किया जाएगा जिससे कर्मचारियों के वेतन को निर्धारित किया जाएगा जैसे ही पुराना महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी में मिलाया जाएगा तो महंगाई भत्ता रिसेट होगा जीरो हो जाएगा 7वें वेतन आयोग में 2.57 के सिफारिश की गई थी जिसमें मिनिमम बेसिक सैलरी ₹7000 से बढ़कर सीधा 18000 रुपए तक हो गई थी हालांकि महंगाई भत्ता रिसेट करने के बाद 14.3% ही वृद्धि हुई थी।
बता दें जब महंगाई भत्ता पुराने मूल वेतन में शामिल कर दिया जाता है तो महंगाई भत्ता शून्य पर रिसेट कर दिया जाता है सातवें वेतन आयोग की 2.57 फिटमेंट फैक्टर की सिफारिश से न्यूनतम मूल वेतन 7वें वेतन आयोग में ₹7000 से सीधा 18000 रुपए हो गया था हालांकि महंगाई भत्ते को रिसेट करने के बाद वेतन में केवल 14% की बढ़ोतरी ही दर्ज हुई थी।